मासूम चाहत
जब बादल नभ पर छाते हैं
जब शबनम नगमें गाती है
जब बगुले पांत में उड.ते हैं
जब फूल शूल में खिलते हैं
जब धानी चुनरी उड.ती है
जब पवन संदेशा लाती है
जब पायल रुन - झुन करती है
जब झूला पींगे भरता है
तब दिल हौले से कहता है
काश ! यहाँ तुम भी होते ,
काश ! यहाँ तुम भी होते ।
बहुत सुंदर भाव लिए कविता।
ReplyDeletebahut sundar prastuti.....shubhakamnaaye
ReplyDelete... behad khoobsoorat rachanaa !!!
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत रचना ।
ReplyDeleteजितनी सुंदर कविता उतनी ही सुंदर तस्वीर। तस्वीर पर तो देर तक नजर टिकाए रहा, आप ही की है न? कविता के लिए आपको और तस्वीर के लिए खींचने वाले को बधाई।
ReplyDeleteसोमेश
शब्द साधना
बहुत सुंदर भाव लिए कविता।
ReplyDeleteअतिसुन्दर भावाव्यक्ति , बधाई के पात्र है
ReplyDeletekomal, madhur भावुक atisundar premabhivyakti ... !!!
ReplyDeleteमन moh liya aapkee इस sundar pravaahmayi रचना ne..