Wednesday, August 15, 2012

ठहरा हुआ पानी




ठहरे हुए पानी में , हर चीज ठहर जाती है
ठहरे हुए पानी में , परछाईँ नजर आती है !

           ठहरे हुए पानी में , वो चाँद नजर आता है
           तन्हाई से घबरा कर , जो पानीमें छुप जाता है  !

कभी कभी मिलता है , पल भर के लिए कोई हमें
पर उसकी याद हमें , उम्र भर रह जाती है  !

         चाँद के ना होने का , क्यों रात से हम शिकवा करें
         बस एक सितारा भी हो , तो रात हँस के गुजर जाती है !