अनंत आकाश में उड़ते हुए स्वछंद पंछियों के झुंड में शामिल एक नया पंछी .....जो अनुभूति रखता है इंसानियत के ,मानवता के मूल्यों की ,जो न सिर्फ कागज पर उतारता है ......अपने और दूसरों के भावों को ,दर्दों को बल्कि रंगों की दुनिया में ले जाता है उन भावनाओं को और चित्रित भी करता है !
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति..
ReplyDeletebahut sundar bhav
ReplyDeleteShukriya ..
Deleteदर्द को महसूस किया ... सुंदर प्रस्तुति
ReplyDeleteHarek shabd sundar.....arthpoorn! Sadagee se bharpoor rachana!
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