Saturday, January 1, 2011



नव वर्ष की शुभ कामनाएं


नव वर्ष के सूरज ने जब

अपनी आंखें खोलीं

दूर क्षितिज पर थिरक उठीं तब

नन्हीं किरणे भोली

पीपल के पत्तों पर मचलीं

मोती बन कर नीचे फिसलीं

अंजुर में भर कर वह मोती

मॉंग रहे हम आज दुआएं

मंगलमय हो  वर्ष आपका

बना रहे यह हर्ष आपका

2011

9 comments:

  1. नव वर्ष की आपको और आपके पूरे परिवार को हार्दिक शुभकामनायें

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  2. अनीता जी आपको एवं आपके परिजनों व मित्रों को नववर्ष 2011 की मंगलकामनाएं।
    रेखांकन बहुत सुंदर है।

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  3. बढ़िया लगी कविता, आपको नव वर्ष की बहुत-बहुत बधाई ।

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  4. कविता बहुत अच्छी लगी...।

    आपको भी नव-दशक की शुभकामनाएं।

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  5. मर्मस्थल तक पहुँच गए ये सुन्दर शब्द भाव...

    मनोहर रचना...

    मंगलकारी शुभकामना फलदायी हो,यही पार्थना है ईश्वर से...

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  6. बहुत दिन बाद आ सकी। लेकिन साल अभी भी नया ही है। आपको नववर्षकी सपरिवार हार्दिक शुभकामनायें।

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  7. बहुत पसन्द आया
    हमें भी पढवाने के लिये हार्दिक धन्यवाद
    बहुत देर से पहुँच पाया ....माफी चाहता हूँ.

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  8. बहुत प्रेरणा देती हुई सुन्दर रचना ...
    गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाइयाँ !!

    Happy Republic Day.........Jai HIND

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