माटी के दीपक
ने खुशबू बिखेरी
जाग उठी मावस की रात अँधेरी
चौबारे पर
लग रहा मोहक कंदील
महक उठा आंगन
और सज गई देहरी
माँ ने घर
लीपा है माड रही मांडने
कहीं पर सतिये
धरे , कहीं रखें बुंदने
बाबूजी लाये
हैं खील और बताशे
चौखट पर हमने
टांग दिए फुंदने
दीवाली की
शुभकामनायें ....
खूबसूरत प्रस्तुति
ReplyDeleteमन के सुन्दर दीप जलाओ******प्रेम रस मे भीग भीग जाओ******हर चेहरे पर नूर खिलाओ******किसी की मासूमियत बचाओ******प्रेम की इक अलख जगाओ******बस यूँ सब दीवाली मनाओ
बहुत सुंदर ....
ReplyDeleteदीपावली की शुभकामनायें
ग्रीटिंग देखने के लिए कलिक करें |
सबको यह दीवाली शुभ हो।
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